जमीन विवाद में उतारा मौत के घाट, बाप-बेटे ने बनाई थी प्लानिंग; दो अरेस्ट
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने शनिवार को कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नवली गांव में डेढ़ माह पूर्व ट्रैक्टर चालक की हुई हत्या का खुलासा किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों के पास से पुलिस ने हत्या में प्रयोग तमंचा, कारतूस, मोबाइल व एक जोड़ी जूता बरामद किया है। वहीं, फरार चल रहे एक और आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पकड़े गए आरोपी नितीश राय से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना उसका पड़ोसी है। उसके परिवार से जमीन को लेकर काफी पुराना विवाद चल रहा है। बताया कि सुनील अक्सर उसके परिवार को भद्दी-भद्दी गाली देते रहता था और बेइज्जत करता था। बताया कि एक वर्ष पूर्व जब उसके बाबा स्व. रामधारी राय की मृत्यु हुई थी तो सुनील व उनके परिवार के लोगों द्वारा उनके शव को उठने नहीं दिया जा रहा था। इसके कारण उसके गांव व आसपास के गांव में मेरे परिवार की बड़ी बदनामी हुई थी।
आरोपी ने बताया कि उस समय वह कमजोर होने के नाते अपने आप को शांत कर लिए। इधर, बीच फिर से मुन्ना राय उसके घर के सामने से जाने वाले रास्ते में मिट्टी पटवा दिए थे। इसे लेकर उसके परिवार से विवाद हुआ था। इससे क्षुब्ध होकर नितीश राय और व उसके पिता सत्यदेव राय उर्फ पप्पू ने सुनील की हत्या का प्लान बनाया। इस प्लान में मालेपट्टी गांव निवासी अपने दोस्त मौसम चौहान को पैसों का लालच देकर अपने साथ प्लान में शामिल किया। बीते 29 नवंबर को अपने दोस्त मौसम चौहान को अपने मोबाइल नंबर से फोन करके बुलाया तो वह बड़सरा खालसा गांव में आकर मिला जहां पर सत्यदेव राय उर्फ पप्पू राय भी मौजूद मिले। सत्यदेव ने ही तमंचा में एक कारतूस भरकर दिया। इसके बाद वह नवली गांव में खेत की जोताई कर रहे सुनील कुमार राय उर्फ मुन्ना राय को ट्रैक्टर चलाते हुए गोली मार दिया। आरोपी नितीश ने बताया कि अपनी बाइक से खालिसपुर फार्म हाउस के पास स्थित पुलिया पर पहुंच गए करीब दो तीन घंटे तक सुनील राय उर्फ मुन्ना के ट्रैक्टर की रेकी करते रहे। बताया कि उसका दोस्त मौसम चौहान वहीं पुलिया के पास बाइक लेकर खड़ा था।
हत्या करने के बाद तत्काल वहां से नाला पार करते हुए सुनसान इलाके से होते हुए पुलिया के पास खड़े अपने दोस्त मौसम चौहान के पास पहुंचा तो उसका जूता जो नाला पार करते समय भीग गया था। उसे पुलिया के पास ही छिपाया और अपने मोबाइल का सिम तोड़ कर वहीं फेक दिया। इसके बाद अपने पहने हुए कपड़े को भी जला दिया और तमंचा अपने घर के सामने रखे गए गोबर के घूर में छिपा दिया जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। आरोपी ने बताया कि अपने परिवार की हुई बेइज्जती का बदला लेने के लिए उसने अपने पिता सत्यदेव व अपने दोस्त मौसम चौहान के साथ मिलकर काफी समय पहले ही बनाया था। बताया कि योजना के तहत 14 नवंबर 2024 को ही घटना को अंजाम देने के लिए एक सिम हेतूगंज बाजार में आकाश की दुकान से खरीदा था। तमंचा लेकर 22 नवंबर, 2024 को वह अपने पिता की बाइक से अपने दोस्त मौसम चौहान को लेकर नवली गांव के तरफ गया जहां पर मुन्ना राय अपने ट्रैक्टर से खेतों की जोताई कर रहे थे। मुन्ना राय की हत्या करने के लिए दोनों लोग मौके की तलाश करते रहे लेकिन उस दिन मौका नहीं मिल पाया था। इसके कारण उनकी योजना विफल हो गई।