फतेहपुर। उप्र के फतेहपुर जिले में होली के दिन पुलिस महकमे में मातम छा गया। पुलिस कप्तान की सुरक्षा में तैनात सिपाही ने अपने सिर में राइफल सटाकर खुद को गोली मार ली। गोली सिर को पार करते हुए दूसरे तरफ से बाहर निकल गई है। सिपाही ने घटना को किराए के कमरे पर अंजाम दिया। जानकारी मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। आत्महत्या का सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि पत्नी से विवाद के बाद घटना घटित हुई है।
प्रयागराज निवासी 32 वर्षीय सिपाही महेंद्र पाल की पुलिस लाइन में तैनाती थी। वह पुलिस कप्तान के गार्द में था। 50 नंबर ओवरब्रिज के पास एक मकान में किराए के कमरे में रहता था। होली के दिन शुक्रवार को वह अपने कमरे पर ही था। इसी बीच सुबह करीब 11 बजे उसके कमरे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। अचानक गोली चलने की आवाज सुनकर पड़ोसी भागकर उसके कमरे पर पहुंचे। सिपाही के कमरे का नजारा देखकर हर कोई दंग रह गया। सिपाही लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसका सिर एक तरह से उड़ गया था। उसने राइफल को अपने सिर में सटाकर गोली मारी थी। मामले की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंचे पुलिस महकमे के लोग सिपाही को लेकर तत्काल अस्पताल भागे। रास्ते में ही उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना से महकमे में हड़कंप मच गया। आला अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। सीओ सुशील दुबे ने बताया कि सिपाही पुलिस लाइन में तैनात था। खुद से गोली मारकर आत्महत्या की है। परिजनों को सूचना दी गई है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज रही है। घटना के पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। उसके पड़ोसियों के अनुसार महेंद्र नाइट शिफ्ट में ड्यूटी करता था। ड्यूटी से आने के बाद पास की एक पान की गुमटी से सिगरेट के दो पैकेट खरीदे और लोगों को होली की शुभकामनाएं भी दीं। बताया जाता है कि 3 साल पहले उसकी शादी हुई थी। महेंद्र प्रयागराज के सोरांव थाना क्षेत्र के बड़ी धारु का पुरवा के निवासी थे। उनकी शादी प्रयागराज के ही फाफामऊ के गोहरी शांति पुरम निवासी रामचंद्र पाल की बेटी अंतिमा पाल से हुई थी। दोनों को एक साल की बेटी है।