प्रमुख सचिव ने दिया जिलाधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश
भाजपा नेता रमाकान्त मिश्रा ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को सौंपा था आरोप पत्र
आजमगढ़। भाजपा नेता व क्षेत्रीय संयोजक श्रम प्रकोष्ठ गोरखपुर क्षेत्र रमाकान्त मिश्र द्वारा दिये गये सौंपे गये शिकायती पत्र को संज्ञान में लेते हुए प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद ने जिलाधिकारी आजमगढ़ को प्रकरण की जांच कर समुचित कार्रवाई के निर्देशित किया है।
ज्ञात हो कि भाजपा नेता व क्षेत्रीय संयोजक श्रम प्रकोष्ठ गोरखपुर क्षेत्र रमाकान्त मिश्र द्वारा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद को सौंपे गये शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया था कि नगर पंचायत, अतरौलिया में राजमार्ग के किनारे नाले का निर्माण कराकर लगभग दो करोड़ के गबन करने का प्रयास किया जा रहा है। 24 जून 2024 को पाँच नाले के नाम पर निविदा आमंत्रित की गई, 6 फर्मों द्वारा ई-निविदा से टेन्डर डाला गया, सभी फर्मे अपात्र थी, इनकी जानकारी के उपरान्त तत्कालीन अधीशाषी अधिकारी डॉ० लव कुमार मिश्र ने फाइनेसियल बिड नहीं खोला, लेकिन स्थानान्तरण के उपरान्त प्रभारी अधिशाषी अधिकारी एवं अध्यक्ष ने अपने मनमर्जी फर्म को काम सौंप दिया। दो करोड़ से नाले का कार्य नगर पंचायत नहीं करा सकती, इसीलिए 5 काम दिखाया गया।
उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत के अन्दर की नालियाँ अत्यन्त खराब एवं जर्जर है, बब्बर चौक पर बरसात का पानी सड़क पर बहता है, लेकिन शासकीय धन का अपव्यय करने की नीयत से एक कार्य को 5 टुकड़े में बांट कर टेन्डर दिया गया है, जबकि सम्पूर्ण कार्य एक ही है, एफडीआर भी काल्पनिक नियम विरूद्ध है। नवनिर्मित नाला के समीप आवसीय नागरिकों का मकान भी नहीं है, आजमगढ़-अयोध्या राजमार्ग के अगल बगल भी नाला बनाया गया है, जो पूरी तरह औचित्यहीन है। उन्होंने शिकायती पत्र के माध्यम से मांग किया कि नगर पंचायत, अतरौलिया, जनपद आजमगढ़ राज्य सड़क के केसरी तिराहे से पश्चिम नाला निर्माण के औचित्य एवं टेन्डर प्रक्रिया की जाँच कराकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाय।