एक साथ सिपाही बनकर तीन सगी बहनों ने रचा इतिहास

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ढेर सारे आईएएस और पीसीएस अफसरों को देने के कारण हमेशा चर्चा में रहता है यह जिला
जौनपुर। उत्तर प्रदेश का जौनपुर जनपद अधिकतर आईएएस और पीसीएस देने के कारण हमेशा से चर्चा में बना रहता है। जौनपुर के एक गांव में करीब हर घर में कोई न कोई अधिकारी है। इसी जिले की तीन सगी बहनों ने एक साथ सिपाही बनकर इतिहास रच दिया। होली के ठीक पहले जब यूपी पुलिस सिपाही भर्ती का रिजल्ट आया तो इनकी त्योहार की खुशियां दोगुनी हो गई। तीनों बहनों और परिवार को होली की शुभकामनाओं के साथ ही सेलेक्शन की खूब बधाइयां मिल रही हैं। तीनों बहनें जिले के मड़ियाहू तहसील क्षेत्र के महमदपुर अजोशी गांव की रहने वाली हैं। स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय इंद्रपाल चौहान के बेटे स्वतंत्र कुमार चौहान की तीनों बेटियां खुशबू चौहान, कविता चौहान और सोनाली चौहान ने एक साथ परीक्षा की तैयारी की और सफलता हासिल की। होलिका के दिन आए यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा परिणाम ने इस घर में त्योहार की खुशियां दोगुनी कर दिया।
जिला कबड्डी एसोसिएशन के सचिव एवं जिला व्यायाम शिक्षक बेसिक शिक्षा रविचंद्र यादव ने बताया कि खुशबू गांव के पास में ही मेहंदीगंज में खो-खो की तैयारी करती थी और अखिल भारतीय स्तर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की तरफ से खो-खो प्रतियोगिता में प्रतिनिधत्वि कर चुकी है। कविता जौनपुर कबड्डी टीम की तरफ से उत्तर प्रदेश के लिए मैच खेल चुकी है। इसके साथ ही सोनाली दौड़ में राष्ट्रीय स्तर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की तरफ से क्रॉस कंट्री रेस में भाग ले चुकी है।
प्रशिक्षक रविचंद्र यादव ने बताया कि तीनों बहनें बराबर अभ्यास करती रही और इसी का परिणाम है कि यह एक साथ आरक्षी के पद पर नियुक्त की गई है, इनके चयन से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

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