प्रेमी ने अपना धर्म छिपा कर बुलाया था आजमगढ़
आजमगढ़। आधुनिकता की दौर में नाबालिग बच्चियों का सोशल मीडिया या अन्य तरीके से बहकावे में आकर घर से फरार होने की घटना आये दिन सुनाई देती है। विशेषकर अपने धर्म को छुपाकर दूसरे धर्म की नाबालिग बच्चियों को बरगलाने के मामले आये दिन चर्चा में आते हैं। रविवार को प्रयागराज से आजमगढ़ के लिए आने वाले अम्बेडकरनगर डिपो के बस के परिचालक पंकज पाण्डेय की सूझ-बूझ से न सिर्फ बहकावे में घर से प्रेमी से मिलने के लिए निकली नाबालिक दोबारा अपने परिजनों से मिल पाई बल्कि नाबालिग से धर्म छिपाकर बात करने वाले प्रेमी का भी भांडाफोड हो गया। इस मामले में एएसपी ग्रामीण चिराग जैन से लेकर कोतवाली प्रभारी शशिमौली पाण्डेय व रोडवेज चौकी प्रभारी सौरभ त्रिपाठी की भूमिका सराहनीय रही। जिनकी सक्रियता के चलते प्रतापगढ़ निवासी नाबालिग अपने घर से गायब होने के 24 घण्टे के अंदर ही दोबारा अपने परिजनों के पास पहुंच गई। वैसे नाबालिग व परिचाकल की फोन पर बातचीत को सही माना जाए तो लगभग 16 वर्षीय नाबालिग को रानी की सराय थाना क्षेत्र निवासी वर्ग विशेष से सम्बन्ध रखने वाला प्रेमी की भूमिका संदेहप्रद थी। ज्ञात हो कि रविवार को प्रयागराज से आजमगढ़ आने वाली अम्बेडकर डिपो बस में प्रयागराज से एक किशोरी सवार हुई, जो किराया न होने की बात परिचालक से कही तथा परिचालक को एक फोन नंबर बताया जिससे किराया परिचालक को मिलने की बात कही। परिचालक ने जब उस नंबर पर फोन किया तो पहले तो उस नंबर पर लड़की के ही सम्प्रदाय के होने की बात कहता रहा लेकिन जब परिचालक संदेह होने पर फोन वाले शख्स से पूछा तो उसने धर्म विशेष से होने की बात स्वीकारा। मामले की नजाकत समझते हुए परिचालक पंकज पाण्डेय ने चौथे स्तम्भ पर भरोसा जताते हुए सारी घटना को चेतना कार्यालय पर बताया। कार्यालय द्वारा जब पूरे मामले की जानकारी एएसपी ग्रामीण चिराग जैन को बताई गई तो उन्होंने मामले में सक्रियता बरतते हुए कोतवाली प्रभारी व रोडवेज प्रभारी को निर्देशित किया। चौकी प्रभारी व कोतवाली प्रभारी की सक्रियता से सोमवार को प्रतापगढ़ से शहर कोतवाली पहुंचे नाबालिग के मां, चाची व एक रिश्तेदार को सकुशल सौंप दिया गया। दिलचस्प मामला यह रहा कि रात को लड़की के बार-बार फोन करने पर प्रेमी रोडवेज नहीं पहुंचा और बाद में उसका फोन नंबर बंद बताने लगा। रोडवेज परिचालक की सूझ-बूझ और पुलिस की सक्रियता से एक नाबालिग की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई।