आजमगढ़। जनपद के नैपुरा निवासी योगेंद्र यादव जो पीडब्ल्यूडी से मेठ के पद से रिटायर्ड हैं, ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र सौंपकर सुनील यादव नामक व्यक्ति पर 12.92 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। योगेंद्र ने सुनील यादव पर जालसाजी और धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए सिधारी थाने में FIR दर्ज करने की मांग की है।
प्रार्थना पत्र के अनुसार, योगेंद्र यादव को आजमगढ़ शहर में मकान निर्माण के लिए जमीन की आवश्यकता थी। स्थानीय लोगों के सुझाव पर वे सुनील यादव ग्राम सुरसी में थाना सिधारी से मिले, जो जमीन का कारोबार करते हैं। सुनील ने नरौली में अपने मकान के पास जमीन दिखाकर बैनामा कराने का वादा किया। योगेंद्र ने विश्वास कर 20 अक्टूबर 2022 को 6,02,000 रुपये और 1 नवंबर 2022 को 2,20,000 रुपये, कुल 8,22,000 रुपये सुनील के पंजाब नेशनल बैंक खाते में ट्रांसफर किए। इसके अलावा 4,70,000 रुपये नकद भी दिए, जिसका कुल योग 12,92,000 रुपये हुआ।
आरोप है कि सुनील ने बार-बार टालमटोल की और बाद में नरौली का अपना मकान बेचकर फरार हो गया। योगेंद्र का दावा है कि सुनील ने अपनी पत्नी विमला के नाम फर्जी कंपनी रजिस्टर कर कई लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। वह आपराधिक गिरोह के साथ मिलकर फर्जी बैनामा कर लोगों को धोखा दे रहा है।
योगेंद्र यादव ने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि थानाध्यक्ष सिधारी को निर्देश देकर सुनील यादव के खिलाफ FIR दर्ज की जाए और मामले की जांच हो।