तेरह शादियां करने वाली लुटेरी दुल्हन गिरफ्तार

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आपस में रिश्तेदारी बनाकर परिवारों को झांसे में लेती थीं तीनों महिलाएं
हरदोई। शादी कर दूल्हा के घर से जेवर-नकदी चोरी करने वाले गैंग की तीन महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। यह महिलाएं नाम बदल-बदलकर आपस में रिश्तेदार बन जाती थीं। इन महिलाओं ने 13 शादियां कर लोगों के यहां से जेवर और नगदी चोरी कर ली। शादी करने वाली महिला और उसकी दो साथी महिलाओं को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
लुटेरी दुल्हन अन्य सदस्यों के साथ
पुलिस ने थाना लोनार क्षेत्र के नस्योली डामर निवासी पूजा उर्फ सोनम, पिहानी के ग्राम सिमौर निवासी आशा उर्फ गुड्डी और शहर कोतवाली क्षेत्र के काशीपुर के मजरा चिंतापुर निवासी सुनीता को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में तीनों महिलाओं को जेल भेजने की बात कही है। सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया तीनों महिलाएं आपस में रिश्तेदारी बनाकर उन परिवारों को झांसे में लेती थीं, जिनके यहां लड़कों की शादी नहीं हो रही होती। गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। दुल्हन बनने वाली महिला के पास से दो जोड़ी पायल, एक जोड़ी कान के कुंडल, एक नाक की नथ व 2,750 रुपये बरामद हुए हैं। बताया आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया इसी तरह अलग-अलग जनपदों में 13 शादी किए जाने की बात स्वीकारी है। वहां से दूल्हा और परिवार के लोगों को नशीला पदार्थ पिलाकर व खिलाकर जेवर-नकदी चोरी कर लेती थीं।
सांडी थाना क्षेत्र के नवाबगंज निवासी नीरज गुप्ता ने 23 जनवरी को शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया 20 जनवरी को सांडी के चिरागपुर बेहटी निवासी प्रमोद व थाना लोनार क्षेत्र के निसोेली डामर निवासी उसकी कथित पोती पूजा उर्फ सोनम के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय हरदोई में शादी करने आया था। उसने पूजा को 3.5 लाख के जेवर व नगदी दी। वह शादी के कागजात तैयार कर रहा था। इस बीच जेवर व नगदी लेकर दोनों भाग गए। हरपालपुर के प्रतिपालपुर निवासी राकेश कुमार ने 5 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें बताया पूजा उसके साथ बिना शादी के रहती थी। जिसने अपने दो साथियों के साथ चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। फिर जेवर व नगदी लूट ले गई।
भोले भाले लड़कों को साझे में लेकर लूट की घटना को अंजाम देने वाला मास्टर माइड सांडी के चिरागपुर बेहटी निवासी प्रमोद पुलिस की पकड़ से दूर है। शादी न होने वाले लड़कों को प्रमोद ढूंढता था। सुनीता को पूजा की मां और आशा को उसकी मौसी बनाकर पेश करता था। योजना के अनुसार मौका पाते ही जेवर व नगदी लूट लेते थे।

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