पहलगाम में हुए 28 हिन्दूओं की हत्या के बाद आक्रोशित महाराणा प्रताप सेना हुई मुखर
आजमगढ़। जम्मू कश्मीर के प्रमुख पर्यटक स्थल पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत ने सभी को झकझोर दिया है। आतंकी हमले में 17 लोग घायल हुए हैं। आंतकवादी घटना के विरोध में कलेक्ट्रेट चौराहे पर महाराणा प्रताप सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह की अगुवाई में पाकिस्तान का प्रतिकात्मक पुतला दहन किया गया। साथ ही सरकार से कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए हिंदू नरसंहार बंद हो, पाकिस्तान मुदार्बाद आदि नारों से कलेक्ट्रेट का आस-पास क्षेत्र गूंजा उठा।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहाकि महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह के निर्देश पर जगह-जगह सेना द्वारा पाकिस्तान का पुतला फूंका जा रहा है। आतंक के पर्याय बने पाकिस्तान पर ऐसी कार्यवाही होनी चाहिए जिसके बाद आतंक का रूह कांप जाए। उन्होंने यह भी कहाकि गुलाम कश्मीर को भारत में शामिल करना ही मृतकों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। महाराणा प्रताप सेना ने भारत सरकार से मांग किया कि पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित किया जाए।
जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहाकि पहलगाम की घटना दिल दहलाने वाली है, और अब इसका प्रतिशोध लेने का समय हैं। पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक से नहीं परमाणु हमलों से सुधरेगा, केंद्र की वर्तमान सरकार ही आंतक के कोढ़ को समाप्त करने में सक्षम है। उन्होंने कहाकि आज वक्त आ गया है जब राष्ट्रहित में कड़े निर्णय लेकर हिन्दूओं पर हो रहे हमले को रोका जा सकता है ताकि अपने ही देश में सनातनी अमन चैन से जीवन यापन कर सकें।
इस अवसर पर शिवम सिंह, विक्रम सिंह, दिनेश खण्डेलिया, दीनानाथ सिंह, जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह, अच्युतानंद त्रिपाठी, डीएन चौहान, जवाहर सिंह, रवि सिंह, जय सिंह, विनय सिंह, अजय सिंह, राजीव रंजन, अवनीश मिश्र, सूर्या सिंह, विनय सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।