आजमगढ़: न संविधान खतरे में, न ही आरक्षण-राजीव पासवान

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प्रदेश अध्यक्ष ने कहा 2027 में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सहयोग से ही बनेगी उप्र में सरकार
मृतक शनि के परिजनोंं को एक करोड़ मुआवजा, सरकारी नौकरी देने की किया मांग
आजमगढ़। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव पासवान ने रविवार को एक प्रेस वार्ता में दलित समाज से जुड़े नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दलित सांसद, विधायक और बड़े नेता केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए जातिवाद की बात करते हैं, उनकी स्वार्थपूर्ण राजनीति का दलित समाज से कोई सरोकार नहीं है। तरवां थाने में दलित युवक शनि की हिरासत में मौत के मामले को लेकर राजीव पासवान ने मृतक के परिजनों से मिलने की बात कही। वह पार्टी कार्यकतार्ओं से मिलने के बाद तरवां रवाना हुए। उन्होंने कहा कि शनि के परिवार को सरकार से हर संभव मदद दिलाने का प्रयास करेंगे। हमारी सरकार से मांग है कि परिवार को एक करोड़ का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाय।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बोलते हुए पासवान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज है। तरवां मामले में थानाध्यक्ष और सब-इंस्पेक्टर के निलंबन को इसका उदाहरण बताया। उन्होंने दलित नेताओं की चुप्पी पर तंज कसते हुए कहा कि दलितों पर अत्याचार होने पर ये नेता खामोश रहते हैं, लेकिन चुनाव नजदीक आते ही जातिवाद का "झूठा ड्रामा" शुरू कर देते हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए पासवान ने कहा कि 2027 के चुनाव में सपा का असली चेहरा जनता के सामने होगा। उन्होंने दावा किया कि न आरक्षण खतरे में है, न संविधान। साथ ही कहा कि छखढ (रामविलास) केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी और प्रदेश में सरकार बनाएगी। बसपा सुप्रीमो मायावती पर तीखा हमला बोलते हुए पासवान ने कहा कि बसपा अब समाप्ति की ओर है और उसका कोई राजनीतिक वजूद नहीं बचा है। प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र राय सहित पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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