मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रूपये मुआवजे दिये जाने की किया मांग
आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने संसद में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र में दलित युवक शनि कुमार की हिरासत में संदिग्ध मौत और सपा के दलित सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हुए हमले के मुद्दे को उठाते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा किया। सांसद ने शनि कुमार के परिवार के लिए एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की।
सदन में बोलते हुए धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलित समुदाय पर सबसे अधिक अत्याचार हो रहा है और हिरासत में मौत के मामले में भी यह राज्य सबसे आगे है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च को ईद के मौके पर वे अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में थे, जब उन्हें सूचना मिली कि तरवां थाना क्षेत्र के उमरीपट्टी गांव के 22 वर्षीय दलित युवक शनि कुमार को पुलिस ने तीन दिन पहले हिरासत में लिया था। उन्होंने कहा, "न्यायालय का स्पष्ट निर्देश है कि 24 घंटे के भीतर चालान होना चाहिए और मामला कोर्ट में जाना चाहिए, लेकिन उत्तर प्रदेश में पुलिस न्यायालय और ईश्वर से भी ऊपर हो गई है। उसे किसी नियम-कानून की परवाह नहीं है।"
सांसद ने आरोप लगाया कि थाना तरवां में शनि कुमार की हत्या कर दी गई और पुलिस ने इसे आत्महत्या बताने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "पुलिस ने दावा किया कि शनि ने लोवर के नाड़े से फांसी लगा ली, लेकिन परिवार को कोई सूचना नहीं दी गई। हत्या के बाद शव को सीधे पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। मृतक अपने परिवार का इकलौता बेटा था, उसकी दो बहनें हैं, जिनमें से एक विकलांग है। परिवार का भविष्य अंधेरे में है, दोनों बहनों की शादी भी नहीं हुई है।"
सांसद धर्मेंद्र यादव ने मांग की कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सपा के दलित सांसद रामजी लाल सुमन पर हुए हमले को लेकर भी सरकार की कड़ी आलोचना की और इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाने की बात कही।