आजमगढ़ : रात के अंधेरे में सिलापट्ट लगवाना सपा के पुराने चरित्र का हिस्सा : डॉ. संतोष कुमार सिंह

Youth India Times
By -
2 minute read
0

 







पूर्व सांसद ने केंद्र और यूपी सरकार की उपलब्धियों की किया सराहना, विपक्ष पर साधा निशाना
आजमगढ़। पूर्व सांसद डॉ. संतोष कुमार सिंह ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की उपलब्धियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि केंद्र और यूपी सरकार ने देश व प्रदेश के विकास के लिए अनगिनत कार्य किए हैं और जनकल्याणकारी योजनाओं से लोग लाभान्वित हो रहे हैं। "अब विकास धरातल पर दिखाई दे रहा है,"।
'गांव चलो' कार्यक्रम के तहत विभिन्न गांवों का दौरा करने के बाद डॉ. सिंह ने बताया कि ग्रामीणों में बीजेपी के प्रति विश्वास पहले से कहीं अधिक बढ़ा है। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि बिना भेदभाव के सभी पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
पूर्व सांसद ने यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि दशकों तक विपक्षी दलों की सरकारों में गुंडा और माफिया राज कायम था, जिसे योगी सरकार ने ध्वस्त कर कानून का राज स्थापित किया। उन्होंने कहा, "यूपी के लोग अब सुकून का जीवन जी रहे हैं।" उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पूर्वांचल से बीजेपी के कम विधायक-सांसद होने के बावजूद, योगी सरकार बिना भेदभाव के इस क्षेत्र का विकास कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले लिए, जो पूर्ववर्ती सरकारों को बहुत पहले लेने चाहिए थे। तुष्टिकरण की नीतियों के कारण पहले की सरकारें ऐसे फैसले लेने से हिचकती थीं, जिसका परिणाम देश की एकता के लिए बाधा बन गया।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पूर्व सांसद ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की बात तो करते हैं, लेकिन उस पर अमल नहीं करते। उन्होंने आजमगढ़ में दलित युवक सन्नी की संदिग्ध मौत का जिक्र करते हुए कहा कि अखिलेश ने पीड़ित परिवार से मिलना भी जरूरी नहीं समझा। इसके अलावा, उन्होंने सपा पर रात के अंधेरे में बिना काम कराए सिलापट्ट लगवाने का आरोप लगाया, इसे सपा के पुराने चरित्र का हिस्सा बताया।
डॉ. सिंह ने कांग्रेस, सपा और बसपा को 'वेंटिलेटर पर' बताते हुए कहा कि निकट भविष्य में इन दलों का जनता का विश्वास जीतना असंभव है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)